Saturday, May 17, 2014

साक्षात्कार : डॉ. देवेश सी.जिनवाला से चन्द्रशेखर प्रसाद की बातचीत

सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर कभी भी अपनी पर्सनल इनफार्मेशन नहीं डालनी चाहिए |
                                                                                            - डॉ. देवेश सी.जिनवाला
प्रश्न पूछते हुए चन्द्रशेखर प्रसाद
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर सिक्यूरिटी के लिए यूज़र्स को क्या सावधानिया रखनी चाहिये ?
उत्तर देते हुए डॉ.डी.सी.जिनवाला
सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर कभी भी अपनी पर्सनल इनफार्मेशन नहीं डालनी चाहिए जैसे जन्म तिथि-जिसका उपयोग प्रायः सिक्यूरिटी वेरिफिकेसन के लिए भी किया जाता है| दोस्त के दोस्त जिसको आप अच्छे से नही जानते हो उन्हें अपने एकाउंट में नहीं रखना चाहिये क्योंकि वे आपकी पर्सनल इनफार्मेशन का दुरुपयोग कर सकते है|
सोशल नेटवर्किंग  साइट्स पर जो अप्प्लिकेसनस होती है उनकी टर्मस  और कंडीशनस को बहुत ध्यान से पढकर निर्णय लेना चाहिये| इन टर्म्स एंड  कंडीशनस में आप अपने डाटा को उन कंपनियों को प्रयोग करने हेतु अनुमति देते है जिसको वे भविष्य में बेचकर या अन्य किसी प्रकार से दुरुपयोग कर सकते है|
किसी तीसरे व्यक्ति को अपना पासवर्ड प्रयोग के लिए कभी न दे| ऐसा कोई पासवर्ड न रखे जो आपके नाम,जन्मतिथि आदि से सम्बन्धित हो और आसानी से अनुमान लगया जा सके| हमेशा सिक्योर साइट्स जैसे – एच.टी.टी.पी.एस. का प्रयोग करना चाहिए जिसमें पासवर्ड एन्क्रिप्टेड (encrypted) फॉर्म में  होता है|
हमें  पासवर्ड 11111,1234,नाम,जन्मतिथि आदि प्रकार से नहीं रखने चाहिये | हम अपनी किसी प्रसिद्ध कहावत के शुरुआत या अंत के दो या तीन शब्दों को मिलाकर एक सिक्योर पासवर्ड बना सकते है|

प्रश्न- 
अपने प्रोजेक्ट रिसर्च के बारे में कुछ बताइए?सुना है अपने विभाग को बाहर से भी सहयोग राशि मिली है|
उत्तर-       
ईसरो नेटवर्किंग-सिक्यूरिटी के क्षेत्र में 8 लाख रूपये का फण्ड दिया है| इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत Configurable Link Layer Security Architecture Design किया गया जिसका नाम Flexisec है| ये प्रोजेक्ट पुर्ण हो चूका है| साथ ही यह कार्य के ईसरो जर्नल में भी प्रकाशित हो चूका है|
Wireless Sensor Network के क्षेत्र में रिसर्च को बढ़ावा देने के लिए डी.इ.आई.टी.(Department of Electronichs and Information Technology) Ministry of Information and Communication Technology ने 48 लाख का फण्ड दिया है| इसमें सिक्योर डाटा एग्रीगेसन (Secure Data Aggration )और Instruction Detection System पर कार्य चल रह है| इस प्रोजेक्ट पर सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ़ राजस्थान के 2 छात्र समर इंटर्नशिप भी कर चुके है|  
 गुजरात कौंसिल ऑफ़ साइंस एंड टेक्नोलॉजी ने WSN में रिप्लाई प्रोटेक्शन टेकनिक्स के क्षेत्र में शोध के लिए 3 लाख रूपये का फण्ड दिया है|
इन प्रोजेक्ट्स में डॉ डी.सी.जिनवाला इन्वेस्टीगेटर (Investigator) और  एस.जे.पटेल (co investigater)है| इन प्रोजेक्ट्स ने WSN के क्षेत्र में कई लोगो को कार्य करने का अवसर प्रदान किया है| इनमें प्रमुखतः  केयूर परमार सीनियर रिसर्च फेलो (SRF) हिमांसु पटेल जूनियर रिसर्च फेलो (JRF) कार्य कर रहे है| इस क्षेत्र में वर्तमान में बी.टेक.(चन्द्रशेखर प्रसाद,अर्पणा अलका,आकांक्षा डिमरी,सोनाली,किंजल,रश्मि,अनुराधा आदि ) तथा ऍम.टेक. के कई छात्र डॉ. जिनवाला सर के मार्गदर्शन में प्रोजेक्ट कर रहे है|
प्रश्न – 
बहुत दिनों से एस.वी.एन.आई.टी. में नए भर्तियां (Recruitments)नहीं हुए है| साथ ही वर्तमान स्टाफ का प्रमोशन भी नहीं हुआ है इसका क्या कारण है इससे संबधित भविष्य में आपकी क्या योजनाये है?
उत्तर:
कुछ दिन पहले हमें सरकार से ऐसा आदेश मिला था की MHRD के द्वारा (Recruitments) भर्तियां हेतु नए नियम लागु होने वाले है| जब तक नए नियम  आ नहीं जाते तब तक हम नया (Recruitments) नहीं कर सकते है| फिर दिसम्बर में एंट्री लेवल (अस्सिस्टेंट प्रोफेसर) के पद नियुक्ति हेतु आदेश आया था जब भी कभी MHRD से ऐसा आदेश आता है तो हमें इसका अप्रूवल बोर्ड  ऑफ़ गवर्मेंट से लेना पड़ता है|
नया MHRD रूल 15 जनवरी को आया जिसके अनुसार नए भर्तियां (Recruitments)  के प्रोसेस के लिए बोर्ड ऑफ़ गवर्मेंट से मीटिंग करके अप्रूवेल लेनी है और रिटायरमेंट ऑफ़ चेयरमैन बाद अब चुनाव के कारण मीटिंग नहीं हो पा रही है, परन्तु जल्द ही भर्तियां (Recruitments) होगा|