Friday, February 21, 2014

धूमधाम से मनाया स्वामी विवेकानंद का जन्मदिवस

सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत एवं विवेकानंद शैक्षणिक सांस्कृतिक एवं क्रीडा संस्थान  के युग्म बैनर तले स्वामी विवेकानंद की 150वी जयंती स्वामी विवेकानंद भवन छात्रावास संपन्न हुआ|  समारोह में कार्यक्रम के अतिथि  डॉ. आर. ए. क्रिस्चन, डॉ. वी. एल. मानेकर, डॉ. जी. जे. जोशी, डॉ रविकांत, श्री एन. के. दत्ता, श्री शैलेन्द्र कुमार एवं स्वामी विवेकानंद भवन छात्रावास के मुख्य छात्रावास अधिक्षक डॉ ए. के. राय मंचासीन थे|


कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया | फिर आज बदलते परिवेश में भी स्वामी विवेकानंद जी के विचार कितने सार्थक एवं प्रासंगिक है –इसपर देर शाम चर्चा हुई | डॉ जी जे जोशी ने स्वामी जी के जीवन चरित्र- युवा पीढ़ी एवं उनके बताये गए संदेशों को विस्तृत रूप से समझाया | मौके पर डॉ आर ए क्रिस्चन ने कहा -सर्वधर्म सम्भाव के हिमायती थे विवेकानंद, मानवजाति का दुर्भाग्य है कि वह उन महर्षियों के सिधान्तो को न अपनाकर पथभ्रष्ट  हो रहे हैं |इसप्रकार सभी अतिथियों ने अपने अपने मंतव्य रखे |मौके पर छात्रावास प्रवंधन सचिव एवं विवेकानंद शैक्षणिक सांस्कृतिक एवं क्रीडा संस्थान के का. अध्यक्ष (गुजरात प्रभाग ) चन्द्रशेखर प्रसाद  ने चर्चा के दौरान कहा कि आखिर क्यों स्वामी जी का जीवन आज भी प्रासंगिक है ? इस बात कि पुष्टि के लिए उन्होंने स्वामी जी के जीवन चरित्र को आलोकित किया |जिस तरह अँधेरा  चीरने के लिए एक किरण काफी है उसी तरह युवा पीडी को मार्गदर्शित करने के लिए उनके सन्देश प्रयाप्त है | जहाँ समाज में भ्रष्टाचार ,असंतोष  व्याप्त है, नारियों के प्रति अपराध बढ़ते जा रहे है ऐसी  परिस्थितियों में स्वामी जी युवाओं  के लिए प्रेरणा स्रोत हो सकते है| साथ ही छात्रावास प्रवंधन सचिव प्रतिक आनंद, अमित कुमार, प्रशांत अग्रवाल एवं छात्र की ओर से दीपंकर दास, आलोक कुमार, एवं जितेन्द्र कुमार  ने भी अपने –अपने मंतव्य रखे और स्वामी जी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डाला| अंत में डॉ. ए. के. राय  ने कहा आज समाज में संस्कारित व अनुशासित युवाओं की आवश्यकता है। आज का युवा पथ भ्रमित हो रहा है। अगर जरुरत है कि युवा पीढ़ी स्वामीजी के सन्देशों को चरितार्थ करे | स्वामी जी का सन्देश सभी छात्रों तक पहुंचे ,लोग उनको याद करके उनके सन्देश को चरितार्थ करे इसी लिए छात्रावास में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया | उन्होंने  कार्यक्रम के आयोजको को धन्यवाद एवं शुभकामना दिया |

लोकतेज, सूरत

"कुछ पल आपके साथ" कार्यक्रम में अतिथि विशेष के रूप में चन्द्रशेखर प्रसाद

झारखण्ड राज्य की सांस्कृतिक राजधानी देवघर मुख्यालय स्थित विवेकानंद शैक्षणिक सांस्कृतिक एवं क्रीडासंस्थान  एवं  RV'S के बैनर तले "कुछ पल आपके साथ" कार्यक्रम में अतिथि विशेष के रूप में चन्द्रशेखर प्रसाद डॉ प्रदीप कुमार सिंह (राष्टीय अध्यक्ष )  मंचासीन थेकार्यक्रम के अंतर्गत कई प्रतियोगिताओं का आयोजंन  किया गया था एवं समारोह में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया|साथ ही देवघर जिला के विभिन्न विद्यालयों के दसवीं एवं बारहवीं कक्षा के छात्र व छात्रा जिन्होंने  बोर्ड परीक्षा में सर्वाधिक अंक से उतीर्ण हुए उन्हें मंचासीन अतिथियों के कर कमलों से सम्मनित किया गया| जिसका सीधा प्रसारण RV'S चैनल पर देखा जा सकता था |  


ज्ञात हो कि विवेकानंद संस्थान द्वारा महान संगीतज्ञ रवींद्र जैनक्रिकेटर सौरभ गांगुली,लन्दन के डैनियल ब्रेटडब्लू. डब्लू. ई. के फोटोग्राफर एम. के. मखारियाएस. चंद एंड कंपनीनवनीत पब्लिकेसंसस्वदेशी ग्रुप ऑफ कंपनीज, सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत एवं अन्य कई विशिष्ट व्यक्तित्व व संगठनों को पुरस्कृत किया जा चुका है |



साक्षात्कार : क्या साम्प्रदायिकता भारत का मूल चरित्र बन सकता है ??

चन्द्रशेखर प्रसाद : प्रश्न पूछते हुए -

आज कमोबेश समूचा भारत सांप्रदायिक ताकतों के बहलावे  में है| उत्तर क्या दक्षिणक्या पूरब,
क्या पश्चिम हर तरफ सांप्रदायिक दंगों के चर्चे-परिचार्चे उत्सवों और मेलों की तरह मनाई जा रही है|
आपकी दृष्टि में इस समाज के लिए सुखद है या दुखद और साम्प्रदायिकता किस तरह हमारे जीवन 
में समां  चुकी हैहमें इससे निजात पाने के उपाय करने चाहिए या नहीं |

उत्तर देते हुए :

सोनालिका सिंह शिक्षिका, गणित विभाग एस.वी.एन.आई.टी.सूरत ),
संकिता पटेल     ( सहायक प्रोफेशर, कंप्यूटर इंजीनियरिंग विभाग,एस.वी एन.आई.टी.सूरत ),
डॉ उपेना दलाल  एसोसिएट प्रोफेसर, इलेक्ट्रोनिक इंजीनियरिंग विभाग,एस.वी.एन.आई.टी.सूरत  ),
डॉ डिम्पल शाह   ( असिस्टेंट प्रोफेसर, भौतिकी विभाग, एस.वी.एन.आई.टी.सूरत ),
प्रीति गुप्ता         ( बिजनेस असोसिएट,इन्स्पिरोन टेक्नॉलोजी, नयी दिल्ली )


© चन्द्रशेखर प्रसाद