Monday, February 10, 2014

एकल साक्षात्कार : श्री राजेन्द्रं प्रसाद वर्मा से चन्द्रशेखर प्रसाद का एक मुलाकात

चन्द्रशेखरप्रसाद का राजेन्‍द्र प्रसाद वर्मा जी (सहायक निदेशक, भारत सरकार,गृह मंत्रालय,राजभाषा विभाग,हिंदी शिक्षण योजना,पुणे-411001) से एक मुलाकात के दौरान हिंदी के सन्दर्भ में हुई चर्चा-परिचर्चा | 
 चन्द्रशेखर प्रसाद : ( प्रश्न पूछते हुए ),
1.   आप उच्यपदस्थ अधिकारी हैं आपको तमाम सरकारी कम –काज करने पड़ते हैं| हिंदी को भारत संघ की राजभाषा बनाने में कौन-कौन सी कठिनाईयां सामने आती है ?
उत्तर: हिंदी को संघ की राजभाषा बनाने में कोई कठिनाई नहीं है क्योंकि भारत के संविधान के अनुच्छेद 343(1) के अनुसार हिंदी तो पहले से ही संघ की राजभाषा है हमें संघ की राजभाषा बनाने की आवश्यकता नहीं है बस आवश्यकता है तो केवल अपनी मानसिकता बदलने की क्योंकि अभी भी हम अपनी भाषा के मामले में स्वतंत्र नहीं हैं। राजभाषा अधिनियम 1963 एवं राजभाषा नियम, 1976 में हिंदी में काम करने के बारे में पहले से ही स्पष् निर्देश हैं कि हमें सरकारी कामकाज में हिंदी का प्रयोग करना है लेकिन राजभाषा नियम, 1976 पर पूरी तरह से अमल नहीं कर रहे हैं, धारा 3(3) के अंतर्गत 14 दस्तावेजों को किसी भी हालत में द्विभाषी रूप में जारी करना अनिवार्य है लेकिन इस धारा का शतप्रतिशत पालन नहीं हो रहा है यदि हम इन नियमों का अच्छी तरह से पालन करें तो कोई कठिनाई नहीं है |
2.       राजभाषा हिंदी की वर्तमान स्थिति से क्या आप संतुष्ट हैं ?
उत्तर :राजभाषा हिंदी की वर्तमान स्थिति से मैं पूरी तरह से संतुष्‍ट हूं क्‍योंकि मैं अपना शत-प्रतिशत काम हिंदी में करता हूं । मेरा विभाग ही राजभाषा है यदि हम हिंदी में काम नहीं करेंगे तो दूसरों को कैसे प्रोत्‍साहित करेंगे । मेरा कार्यक्षेत्र हिंदी के साथ-साथ तकनीकी का भी है । मैं इस विभाग में 1996 से कार्यरत हूं मैंने अभी तक  अपने कार्यक्षेत्र में तकनीकी को काफी बढ़ावा दिया है । कंप्‍यूटरों में जब से यानि सन् 2000 से यूनिकोड की सुविधा इनबिल्‍ट है तब से आज तक कभी भी दूसरे फोंट/सॉफ्टवेयर में काम करने का प्रशिक्षण ही नहीं दिया है और न ही मैंने काम किया है । अपने प्रशिक्षण केंद्र में यूनिकोड में ही प्रशिक्षण दे रहा हूं किसी तरह की कोई समस्‍या नहीं है ।
3.     हिंदी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्थापित हो चुकी है लेकिन भारत में आज भी उसे अपनों से सम्मान की आशा निरर्थक सी हो रही है | इस बिषय में आपका क्या कहना है  ?
उत्तर : इसमें कोई शक नहीं है कि हिंदी आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्थापित हो चुकी है आज आप फेसबुक पर देखें तो दिन दिन हिंदी में या अपनी मातृभाषा में प्रयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ती जा रही है जैसा कि मैंने पहले प्रश् के उत्तर में कहा है कि हमारे देश में हिंदी में काम करने के लिए लोगों को केवल सोच/मानसिकता बदलने की आवश्यकता है हम अपने देश की भाषा का निरादर कर किसी विदेशी भाषा का आदर करें यह तो बिल्कुल ही गलत बात है, ऐसा नहीं होना चाहिए
4.      हिंदी का अतीत गौरवशाली वर्तमान समृद्ध और भविष्य उज्जवल रहा है| फिर भी हिंदी में बहुत कुछ करना शेष है | आपकी दृष्टि में वे ऐसे कौन से क्षेत्र हैं जहाँ हिंदी में काम किये जाने की जरुरत है ?
उत्तर :   आपका यह सवाल सही है कि हिंदी में अभी बहुत कुछ करना शेष है । मेरी नजर में ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हमें हिंदी में काम करने की अत्‍यंत आवश्‍यकता है जैसे सबसे पहले विद्यालयों में, महाविद्यालयों में, विश्‍वविद्यालयों में विशेषकर अभियांत्रिकी और विज्ञान के क्षेत्र में और उसके बाद अपने निजी जीवन में हिंदी में काम करने की बहुत आवश्‍यकता है। 
 5.     हिंदी को सबसे ज्यादा किस भाषा से खतरा हैं और हिंदी अपने को उसके सामने कैसे प्रतिस्थापित कर सकती है ?
उत्तर : हिंदी को ही नहीं हमारी समस् भारतीय भाषाओं को सबसे ज्यादा अंग्रेजी से खतरा है। आज की स्थिति में अंग्रेजी हिंदी पर ही हावी नहीं है बल्कि भारतीय भाषाओं पर भी हावी है हमारी सारी भारतीय भाषाएं समान स्तर का दर्जा रखती हैं हमें अपनी भारतीय भाषाओं का विकास करना जरूरी है ताकि कोई विदेशी भाषा हमारी भारतीय भाषाओं को हानि पहुंचा सके
6.     हिंदी भारत कि राजभाषा है लेकिन इसे राजभाषा का रूप नहीं दिया जा सका |आप इसे राष्ट्र भाषा बनाने के पक्ष में हैं कि नहीं  |
उत्तर : इसमें तो कोई शक ही नहीं है कि हिंदी हमारे देश की राजभाषा है इसे तो 14 सितंबर,1949 को ही संघ की राजभाषा घोषित कर दिया गया था और जब से हमारे देश का संविधान लागू हुआ तब से हिंदी भी संवैधानिक रूप से राजभाषा के रूप में लागू हो गई ।
7.    राजभाषा प्रचार-प्रसार में आपके द्वारा किये गए प्रयासों की विस्तृत जानकारी दें |
उत्तर : मैं एक ग्रुप-ए राजपत्रित अधिकारी होने के नाते अपने कर्तव्‍य को पूरी मेहनत एवं लगन से निभाने के लिए हमेशा तत्‍पर हूं । मैं अपनी तरफ से हमेशा प्रयास करता हूं कि राजभाषा हिंदी में कंप्‍यूटरों में काम करने के लिए यूनिकोड सक्रिय करें और अपने कार्यालय का या निजी काम हिंदी में करे । चाहे वह कार्यालय केंद्रीय कार्यालय के अंतर्गत हो या राज्‍य सरकार के अंतर्गत, बैंक हो या उपक्रम अथवा निकाय अपना सारा काम यूनिकोड में करे । सरकारी कार्यालयों से भारत सरकार की भी यही अपेक्षा है । राजभाषा विभाग द्वारा हिंदी में काम करने के लिए बहुत सारे सॉफ्टवेयर विकसित करवाए गए हैं जिनका उपयोग करें जैसे कि अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद के लिए 'मंत्र-राजभाषा सॉफ्टवेयर', हिंदी में डिक्‍टेशन देने के लिए 'श्रुतलेखन-राजभाषा', भाषा शिक्षण के लिए 'लीला हिंदी प्रबोध, प्रवीण एवं प्राज्ञ सॉफ्टवेयर' 'ई-महाशब्‍दकोश' इन सब सॉफ्टवेयरों का प्रचार-प्रसार करें और अधिक से अधिक उपयोग करें । मैं अपने प्रशिक्षण केंद्र पर केंद्र सरकार के कार्यालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को कई वर्षों से इन सॉफ्टवेयरों का सफलतापूर्वक प्रशिक्षण दे रहा हूं ।मेरे राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा प्रायोजित 5 पूर्ण दिवसीय हिंदी में बेसिक कंप्‍यूटरों पर प्रशिक्षण कार्यक्रमों को संचालन सफलतापूर्वक कर रहा हूं । मेरे द्वारा 5 पूर्ण दिवसीय कई कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं । इन कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए नामांकन पुणे के अलावा महाराष्‍ट्र के अन्‍य जिलों में कार्यरत अधिकारियों एवं कर्मचारियों से ही नहीं बल्कि भारत के विभिन्‍न राज्‍यों से भी प्राप्‍त हुए हैं इनमें हैदराबाद, कोलकाता, केरल, मुंबई, उड़ीसा, भरतपुर क्षेत्र आदि शामिल हैं ।
8.    भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए कंप्‍यूटरों में यूनिकोड कैसे सक्रिय किया जाता है,इस बारे में कृपया विस्‍तार से बताएं ?
उत्तर :  विंडोज एक्‍सपी ऑपरेटिंग सिस्‍टम में यूनीकोड सक्रिय करने की विस्‍तृत जानकारी इस प्रकार है :-
Ø  कंप्‍यूटर शुरू करने के बाद Start  में क्लिक करें ।
Ø  Start  के बाद Settings  सेटिंग में क्लिक करें ।
Ø  Settings के बाद Control Panel  में क्लिक करें ।
Ø  Control Panel  में क्लिक करने के बाद Regional & Languages Options पर क्लिक करें।
Ø  Regional & Languages Options  में क्लिक करने के बाद Languages  ऑप्‍शन पर क्लिक करें ।
Ø  Languages  में क्लिक करने के बाद  Install files for complex script and right ot left languages (including Thai) पर सही का निशान लगाकर Apply  पर क्लिक करें।
यदि आपके कंप्‍यूटर में भारतीय भाषाओं से संबंधित फाइलें पहले से लोड नहीं हैं तो आपका अब आपका कंप्यूटर आपसे Windows XP Professional  की सी.डी.CD ROM Drive में Insert करने के लिए पूछेगा । सी.डी. ड्राइव में Windows XP Professional की सी.डी. को डालते ही संबंधित आवश्‍यक फाइलों को कंप्यूटर स्वतः कॉपी कर लेगा । यदि अपने आप फाइलें कॉपी नहीं होती हैं तो आप ब्राउज करने के बाद विंडोज एक्‍सपी की सीडी में I386 file का PATH दिखा दें । आवश्यक फाइलें लोड होने के बाद कंप्यूटर री-बूट के लिए पूछेगा, कृपया कंप्यूटर को री-बूट करें । ऊपर बताई गई सैटिंग्‍स आपको पहली और आखिरी बार अपने कंप्‍यूटर में करनी है । बार-बार सैटिंग्‍स करने की आवश्‍यकता नहीं है । अब आपका कंप्‍यूटर भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए सक्रिय हो गया है ।
9.  आपने कंप्‍यूटरों में यूनिकोड सक्रिय करने के बारे में विस्‍तृत जानकारी तो दे दी है लेकिन काम करने के लिए अपनी भाषा को कैसे एड करेंगे कृपया इस बारे में अवगत कराएं ?
उत्तर :  कंप्‍यूटरों में काम करने के लिए सारी भारतीय भाषाएं यूनिकोड सक्रिय के साथ ही सक्रिय हो गई हैं आप आपको अपनी पसंद की भाषा या अपनी मातृभाषा में काम करना है तो इसके बारे में जानकारी इस प्रकार है :
कंप्यूटर को रीस्‍टार्ट करने के बाद भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए अब आपको उपर्युक्‍त प्रक्रिया यानी ऊपर बताए गए स्‍टेप 1 से 5 तक को पुनः दोहरान पड़ेगा । इसके लिए अगले स्‍टेप 6 Details विकल्प पर क्लिक करें ।
Details विकल्प का चयन करते ही Text Services and Input Languages की विंडो खुलेगी जिसमें  आप भाषाएं शामिल करने के लिए  Add… बटन पर क्लिक करें ।
स्टेप 7 के रूप में आप  Add Input Languages  की सूची में से Hindi या जिस भाषा में आप काम करना चाहते हैं, उस भाषा  का चयन करें।
स्टेप 8 के रूप में अब आप OK   Apply पर क्लिक करते हुए विंडो से बाहर Desktop  पर आ जाएं। आप पाएंगे कि टास्क बार पर दाईं ओर EN अंकित है। इस संकेत से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि आपका कंप्‍यूटर किस मोड में है। EN दिखाई दे रहा है तो आप अभी अंग्रेजी मोड में काम कर सकते हैं यदि HI दिखाई दे रहा है तो आप हिंदी में काम कर सकते हैं। इसी प्रकार सभी भाषाओं का एक्‍सटेंशन आपको नीचे टास्‍क बार में दिखाई देगा। आप इस पर क्लिक करते हुए दूसरी भाषा का सीधा चयन कर सकते हैं। यदि आप एक साथ Alt  और  Shift   दबाते हैं तो आपके द्वारा चुनाव की गई भाषा परिवर्तित हो जाएगी। जैसा कि आपने दूसरे सॉफ्टवेयरों में देखा होगा कि Caps Lock, Num Lock या Scroll Lock को दबाते ही भाषा परिवर्तित हो जाती है। Alt  और  Shift  यही काम करता है।
10.    विंडोज विस्‍टा, विंडोज-7 और विंडोज-8 ऑपरेटिंग सिस्‍टम्‍स में यूनिकोड को कैसे सक्रिय करेंगे?
उत्तर :  विंडोज विस्‍टा,विंडोज-7 और विंडोज-8 ऑपरेटिंग सिस्‍टम्‍स में तो पहले से सारी भाषाएं इनबिल्‍ट हैं । इन तीनों सिस्‍टम्‍स में यूनीकोड सक्रिय करने के लिए सीडी की भी आपको आवश्‍यकता नहीं होगी । कंप्‍यूटर भी सीडी की मांग नहीं करता है और न ही री-स्‍टार्ट करना पड़ता है । ऊपर बताई गई विंडोज एक्‍सपी की विधि को अपनाकर चेंज की बोर्ड में जाकर अपनी मनपसंद भाषा का चुनाव Add  में क्लिक करके कर सकते हैं । इन तीनों सिस्‍टम्‍स को अपनी भाषाओं में काम करने के लिए सक्रिय कर सकते हैं ।
      यदि आपको यूनिकोड सक्रिय करने में किसी भी प्रकार की असुविधा होती है या नहीं कर पाते हैं तो कृपया मुझसे व्‍यक्तिगत रूप से या मोबाइल पर बात कर सकत हैं| मोबाइल नं. 9881616896 और 9405846236 है ।
11.      आप पाठकों को संस्कार सुगंध पत्रिका के माध्यम से क्या सन्देश देना चाहेंगे?
उत्तर : पाठकों को संस्‍कार पत्रिका के माध्‍यम से मेरा यही संदेश है कि यह पत्रिका बहुत ही सुंदर है, सरल भाषा में है । इस पत्रिका का कवर, डिजाइन उच्‍च स्‍तर का है । इसमें दिए गए लेखों को अवश्‍य पढ़े और उन पर अमल करें तभी पत्रिका की सार्थकता सिद्ध होगी । पत्रिका के संपादक मंडल और इस पत्रिका से जुड़े समस्‍त महानुभावों को मेरी ओर से हार्दिक शुभकामनाएं ।
                                     धन्‍यवाद !

संस्कार सुगंध पत्रिका में प्रकाशित 

© चन्द्रशेखर प्रसाद