Monday, November 26, 2012

साप्ताहिक राष्ट्रीय कार्यशाला- हिंदी अनुवाद प्रशिक्षण का उदघाटन समारोह सम्पन्न:

             सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत के बैनर तले हिंदी प्रचार- प्रसार कार्यक्रम के अंतर्गत  साप्ताहिक राष्ट्रीय कार्यशाला- हिंदी अनुवाद प्रशिक्षण 26-30 नवंबर 2012  का उद्घाटन सोमबार को धूमधाम से संपन्न हुआ समारोह मे मुख्य अतिथि पद पर प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रवक्ता,राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय केन्द्रीय अनुवाद ब्यूरो के अधिकारी श्री वी आर नौटियाल जी एवं विशिष्ट अतिथि पद पर श्रीमती मीना गुप्ता जी विराजमान थे |इनके अलावा निदेशक डॉ. पी. डी. पोरे , कुलसचिव डॉ एच. ए. परमार , कार्यक्रम के संयोजक का. हिंदी अधिकारी डॉ. के. डी. यादव मंचासीन थे |



कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया | तद्पश्चात डॉ. के डी यादव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की | मौके पर मुख्य अतिथि प्रशिक्षण कार्यशाला के प्रवक्ता ने हिंदी की उपयोगिता के संदर्भ मे कई तथ्यों को प्रस्तुत किया और काम-काज के दौरान अनुवाद के महत्वों एवम जरूरतों को भी समझाया | साथ ही विशिष्ट अतिथि ने कहा  आज की परिस्थितियों में विज्ञान व् हिंदी का विकास दोनों ही महत्वपूर्ण है “जो ऐसे कार्यक्रम के द्वारा ही संभव है | साथ ही अनुवाद के महत्वों को भी आलोकित किया और प्रतिभागियों को आश्वासन भी दिया कि वो इस कार्यशाला सम्पन्न होने के वाद एक अच्छे अनुवादक भी हो जाएंगे | इसके लिए एक दूसरे को सहयोग करने की गुहार लगायी | कार्यक्रम के दौरान उन्होंने अपने संस्था के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी| निदेशक व कुलसचिव ने आयोजित कार्यशाला हिंदी अनुवाद प्रशिक्षण की आवश्यकता को , पत्राचार के दौरान संस्थान मे घटित घटनाओं को उदहारण स्वरुप पेश कर समझाया और भविष्य में ऐसे और भी कार्यशाला आयोजित किये जायेंगे ऐसी घोषणा की | कार्यशाला में लगभग 60 प्रतिभागी शरीक हुए  जो किसी न किसी संस्थान में राजभाषा से जुड़े हैं |अंत में सभी अतिथियों को भेंट देकर धन्यवाद ज्ञापन के साथ उदघाटन समारोह  संपन्न हुआ | मंच संचालक की भूमिका चन्द्रशेखर प्रसाद एवं यशराज चौधरी निभा रहे थे |


प्रशिक्षण कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य राजभाषा (हिंदी) भाषा से जुड़ी तकनीकी बारीकियों से बताना है | जो आज से आरम्भ हुई और सप्ताह भर  चलेगी |राजभाषा प्रचार-प्रसार के लिए संस्थान द्वारा किया जाने वाला एक प्रयास है | 

Friday, October 12, 2012

SAMMAN SAMAROH SAMPANNA (सम्मान समारोह संपन्न):

झारखण्ड राज्य की सांस्कृतिक राजधानी देवघर मुख्यालय स्थित विवेकानंद शैक्षणिक सांस्कृतिक एवं क्रीडा संस्थान के बैनर तलेदेश में चोटी के संस्थानों में सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौधोगिकीसंस्थान सूरत परिसर में हिन्दी दिवस के शुभ अवसर पर एस.वी.एन.आई.टी. –सूरत के छात्र कुमार रंजन, मृत्युंजय मिश्रा, रवि मोहन एवं एन.आई.टी.-मेघालय के छात्र अवधेश गर्ग एवं छात्रा अंकिता ब्रह्मचारी को हिन्दी में विशेष अभिरुचि रखने एवं राजभाषा प्रचार-प्रसार में सक्रियता   कर रहे सराहनीय प्रयासों के लिए “ हिन्दी सेवी सम्मान  पुरस्कार  की मानद उपाधि से अलंकृत व विभूषित किया गया |


ज्ञात हो कि विवेकानंद संस्थान द्वारा महान संगीतज्ञ रवींद्र जैनक्रिकेटर सौरभ गांगुली,लन्दन के डैनियल ब्रेटडब्लू. डब्लू. ई. के फोटोग्राफर एम. के. मखारियाएस. चंद एंड कंपनीनवनीत पब्लिकेसंसस्वदेशी ग्रुप ऑफ कंपनीज एवं अन्य कई विशिष्ट व्यक्तित्व व संगठनों को पुरस्कृत किया जा चुका है |



यह पुरस्कार विवेकानंद संस्थान के केन्द्रीय अध्यक्ष स्वर्ण पुरस्कारस्वामी विवेकानंद राष्ट्रीय सम्मान पुरस्कार व विद्यावारिधि पुरस्कार विजेता डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव के निर्णयनुसार चंद्रशेखर प्रसाद (का. अध्यक्ष गुजरात प्रभाग ) ने  कई वर्षों से राजभाषा हिन्दी की सेवा कर रहे छात्रा-छात्राओं को प्रोत्साहित करने के लिए इस सम्मान समारोह का आयोजन किया |
मौके पर मुख्य अतिथि के रूप आकाशवाणी सूरत की प्रमुख आम्रपाली देशाई जी मौजूद थी उन्हीं  के कर-कमलों से उक्त छात्रों को सम्मानित किया गया | सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ.जी.पी शर्माभारतीय संस्कृति परिषद् के अंतर्गत म्यांमार में हिन्दीभाषा व संस्कृति के प्रतिनिधि चुने गये हैं उन्होने कार्यक्रम के आयोजकों एवं सम्मानित होने वाले व्यकतित्व को अपनी मंगलकमानाएँ अर्पित की |


Friday, October 5, 2012

CHARGE HANDOVER CEREMONY(प्रभार ग्रहण समारोह संपन्न ):


सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौधोगिकी संस्थान सूरत के ISF अध्याय के बैनर तले इलैक्ट्रॉनिक्स एण्ड कम्युनिकेशन विभाग में प्रभार ग्रहण समारोह धूमधाम से सम्पन्न हुआ | मौके पर समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अनिला चौधरी जी (तकनीकी निदेशक, दूरदर्शन केन्द्र, अहमदाबाद, (भारत) एवं संस्थान के प्रभारी निदेशक, डीन वेल्फेयर,एवं शाखा प्रमुख आसीन थे |
संस्थान में ISF अध्याय के अध्यक्ष चन्द्रशेखर प्रसादउपाध्यक्ष शुधांसुप्रभारी मुकेशकोषाध्यक्ष धारिन उपाध्याय व अन्य सदस्य खुशबू कुमारीनिशित शाहनील मोदी को बैच लगाकर मुख्यअतिथि व मंचासीन लोगों ने प्रभार सौंपा| इस ISF अध्याय के शिक्षिका सलाहकार रशिका धवसे एवं शिल्पी गुप्ता जी हैं|


गत वर्ष के अध्यक्ष अनिरुध मालपनि एवं अन्य सदस्यों को मंचासीन अतिथियों के कर-कमलों द्वारा प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया | शाखाध्यक्ष ने ISF के बारे मे विस्तृत जानकारी दी|धन्यवाद ज्ञापन के बाद अनिला चौधरी जी द्वारा टेलीविजन प्रसारणपर विस्तृत जानकारी दी गयी |

Monday, September 24, 2012

HINDI DIWAS SAMAROH (हिन्दी दिवस समारोह संपन्न) :


सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौधोगिकी संस्थान –सूरत के राजभाषा विभाग द्वारा हिन्दी पखवाड़ा के अंतर्गत हिन्दी दिवस समारोह धूमधाम से मनाया गया | मौके पर आकाशवाणी सूरत की प्रमुख आम्रपाली देशाई जी, प्रभारी निर्देशक,कुलसचिव एवं का. हिन्दी अधिकारी मंच पर आसिन थे |



हिन्दी पखवाड़ा का उद्घाटन एक सितम्बर को हुआ तत्पश्चात इसके अंतर्गत भाषण,निबंध,चित्रकला,नजरिया,फ्लोर-क्रोसिंग, प्रश्नावली,दृष्टिकोण आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था |हिन्दी दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के कर-कमलों द्वारा सभी विजेताओं को पुरस्कृत किया गया |


संस्थान के मेकैनिकल इंजीनियरिंग और एप्लिएड फिजिक्स डिपार्टमेंट को राजभाषा  प्रचार-प्रसार में सक्रियता के लिए राजभाषा  विभाग द्वारा सम्मानित किया गया एवं सम्मानपत्र विभाग प्रमुख द्वारा ग्रहण किया गया |
साथ ही संस्थान की वार्षिक लोकप्रिय पत्रिका “ सम्मुख “ का विमोचन मंचासीन अतिथियों के कर-कमलों से संपन्न हुआ |


मौके पर मुख्य अतिथि ने राजभाषा हिन्दी के विषय में चर्चा की साथ ही संस्थान के द्वारा हिन्दी प्रचार-प्रसार  के लिए कर रहे प्रयासों के लिए भूरि-भूरि प्रशंसा की |
अंत में का. हिन्दी अधिकारी डॉ.के.डी.यादव द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया | मंच संचालक की भूमिका स्वेता शाह एवं चंद्रशेखर प्रसाद निभा रहे थे | हिन्दी दिवस समारोह संपन्न होने के पश्चात लोग हिन्दी पखवाड़ा अंतर्गत आयोजित छात्र कवि-सम्मलेन का लुफ्त देर शाम तक उठाते रहे |

Wednesday, May 9, 2012

ENGINEER KI AATAMKATHA (इंजीनियर की आत्मकथा) :


एस.वी.एन.आई.टी की बस्ती मेंये जो होने वाले इंजीनियर हैं



कोई आइंस्टीन नहीं  सभी बाई बोर्न शेक्स्पीअर है |
टेबल पर किताब,लैपटॉप और हाथो में रखते बियर हैं ||
न बैक की परवाह  न जॉब का टेंसन,करते हर रोज चियर्स हैं|
कभी देर रात तक पढ़ाई तो अकसर लेट नाईट प्रीमियर है ||
        
बर्ड वाचिंग के विचार में खोये, हमेशा सिगरेट करते फायर हैं |
लड़कियों का झुण्ड देखते ही बन जाते शायर  हैं ||
आते –जाते जो मिलता सबसे करते हेल्लो, हाय डियर हैं |
पिया-मिलन चौक  पर घंटों बैठते ,भले एग्जाम्स नियर है ||

पार्टी-सार्टी, रेसिंग–डेटिंग को जो रहता बेक़रार हैं |
वीकेंड पर धूम मचाने को,जिसे हमेशा रहता इंतजार है ||
जिसे 1- 2- 4  नहीं सभी लड़कियों से ही प्यार है |
वो सबसे बस यही कहता,हमको तो सिर्फ तुम्हीं से प्यार है ||

 पी.ऍम.सी ,स्टाफ क्लब,गल्ले पर जिनका हमेशा आना –जाना रहता है |
लाईब्रेरी में पढ़ना उनका, लड़कियों से बातें करने का बहाना रहता है  ||
मेस का खाना अच्छा नहीं,क्योंकि लड़कियों के साथ जो मैग-डी जाना रहता है |
बोर्डिगार्ड लवलीसिंह रिपोर्टिंग मैडम,क्योंकि लड़कियों में इम्प्रेसन बनाना रहता है||

एग्जाम्स में चीटिंग करना,टुटोरियलअसाइनमेंट्स कॉपी करना |
आल्वेज डूइंग चैटिंग यही उनका लेसन  है ||
ऑनलाइन मेकिंग रिलेशन यही इनका प्रोफेशन है |
इंजिनियरिंग पैसन नहीं,इन्क्रिजिंग फ्रेंड्स ऑन फेसबुक यही इनका मिशन है|

देर से उठते ,बिना नहाये भाग के जाते ,होते आधे घंटे देर हैं |
आगे चाहे जितनी भी सीटें खाली, ये पीछे बैठने वाले शेर हैं ||
दिख जाये कोई मस्त मॉडल,इसलिए खिडकीयों से झांकते बार-बार हैं|
क्लास में कोई कुछ भी करे,बस चिल्लाते सी आर-सी आर हैं ||

भरी क्लास में आराम से सो जाते,दोस्तों के बीच प्रोक्सी किंग कहलाते हैं |
प्रोजेक्टर पर जब हो पढ़ाई,लाइट्स ऑफ करके मोबाईल पर शुरु हो जाते हैं |
बोरिंग लेक्चर्स में करते इंटरेस्टिंग बातें,अपने आपको लव-गुरु बतलाते हैं |
गर्ल पेयर या फेकल्टी सबपर कमेन्ट मारते,कैंटीन की महफ़िल को रंगीन बनाते हैं|| 

                              - चन्द्रशेखर प्रसाद 
 

Thursday, March 22, 2012

RAJBHASHA PRABHARIYON KA SAMMELAN (राजभाषा प्रभारियों का सम्मलेन ):


नगर राजभाषा कार्यान्वय समिति उपक्रम की ओर से पश्चिम क्षेत्र गुजरात -महाराष्ट्र - गोवा के राजभाषा प्रभारियों का सम्मलेन गुजरात रिफाइनरी टाउनशिप के कम्युनिटी हॉल में आयोजित हुआ |


सम्मलेन का उद्घाटन संसदीय राजभाषा समिति की प्रथम उप समिति के संयोजक व       संसद राजेंद्र अग्रवाल किये | विशेष अतिथि भारत सरकार के राजभाषा विभाग के संयुक्त सचिव डी. के. पांडेय,गुजरात रिफाइनरी के कार्यकारी निदेशक प्रभारी व नगर राजभाषा कार्यान्वय समिति (उपक्रम) के अध्यक्ष पृथ्वी शुर  थे |

ओ एन जी सी के भौतिकी विभाग के महाप्रबंधक ए के द्विवेदी सम्मलेन के प्रथम दिन यूनिकोड सोफ्टवेयर व सूचना प्रद्योगिकी से जुड़ी जानकारियों से लोगों को अवगत कराया  |




इस अवसर पर समिति के सदस्य सचिव डॉ माणिक मृगेश कृत अनुप्रयुक्त राजभाषा पुस्तक का विमोचन भी किया गया एवं राजभाषा सम्मान पुरस्कार दिए गए | दूसरे दिन राजभाषा विभाग (मुंबई ) के उप निदेशक कि अध्यक्षता में राजभाषा कार्यान्वयन की भविष्य कि चुनौतियों पर विचार विमर्श किया गया और कवि सम्मलेन के बाद कार्यक्रम सम्पन्न हुआ |


मौके पर सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान ,सूरत के राजभाषा विभाग के  सचिव डॉ के डी यादव  एवं सह सचिव  चन्द्रशेखर प्रसाद अपने संस्थान का प्रतिनिधित्व कर रहे थे | 

SENSETION AWAKENING WORKSHOP (सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान में दो दिवसीय संवेदना जागृति कार्यशाला का आयोजन ):


सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत के बैनर तले हिंदी प्रचार- प्रसार कार्यक्रम के अंतर्गत दो दिवसीय संवेदना जागृति कार्यशाला रविवार को धूमधाम से संपन्न हुई समारोह मे मुख्य अतिथि पद पर श्री हीरालाल यादव जी एवं विशिष्ट अतिथि पद पर 5 गुजरात बटालियन कर्नल विमल मलिक विराजमान थे |.इनके अलावा निदेशक डॉ. पी. डी. पोरे , कुलसचिव डॉ एच. ए. परमार , कार्यक्रम के संयोजक का. हिंदी अधिकारी डॉ. के. डी. यादव मंचासीन थे |



कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया | तद्पश्चात डॉ. के डी यादव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की | मौके पर मुख्य अतिथि ने हिंदी की उपयोगिता के संदर्भ मे कई तथ्यों को प्रस्तुत किया | साथ ही विशिष्ट अतिथि ने कहा आज की परिस्थितियों में विज्ञान व् हिंदी का विकास दोनों ही महत्वपूर्ण है साथ ही व्यक्ति के समुचित विकास हेतु उनकी संवेदनाओं को जीवित रखना आवश्यक है जो ऐसे कार्यक्रम के द्वारा ही संभव है ” |कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. हीरालाल यादव ने समाज में जागृति लाने के लिए समाज के कुछ संवेदनशील पहलुओं को आलोकित किया | इस कार्यक्रम के केंद्र बिंदु भारतीय रक्षा तंत्र एवं आतंकवाद, सामाजिक कुरीति (कन्या-भ्रूण हत्या), राजभाषा (हिंदी) एवं पर्यावरण (ग्लोबल वार्मिंग) थे | साथ ही उन्होने कई वीर जवानों जिन्हें परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया है उनके अंतिम खत पढ़े, जो विभिन्न युद्धों के दौरान शहीद हुए थे | साथ ही उनके परिजनों से फ़ोन द्वारा एवं ऑनलाइन बातचीत हुई | सभी ने उनके माता-पिता को आश्वासन देते हुए ये एहसास दिलाया कि पूरे देश को उनपर नाज़ है और आज देश को उनके जैसे सपूतों की जरुरत है | कन्या भ्रूण हत्या के सन्दर्भ में वार्ता के दौरान हीरालाल यादव जी ने कहा कि अगर स्व. कल्पना चावला के माता पिता ने भी ऐसा सोचा होता और एक कन्या को जन्म नहीं देते तो क्या देश को कभी कल्पना चावला जैसी अंतरिक्ष यात्री मिल पाती ?पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने हेतु ग्लोबल वार्मिंग के परिणाम एवं बचाव जैसे मुद्दों पर खूब मंथन किया गया | साथ ही विषय से जुड़े पहलुओं को प्रदर्शनी के माध्यम से भी रु-ब-रु किया गया फिर संस्थान के प्रथम वर्ष के ( स्वीटी ,पूजा ,जीतेन्द्र ,कल्याणी ,पल्लवी ,प्रिया ,यूनिस ,विजय ,उषा ,ज्योत्सना ,ऐश्वर्या, रूचि ) छात्र -छात्राओं ने चन्द्रशेखर प्रसाद एवं परमानन्द सागर निर्देशित "कन्या भ्रूण हत्या "रोकने हेतु संदेशयुक्त “बेटी बचाओ“ लघुनाटक का भी मंचन किया |कार्यशाला के अंतर्गत उपर्युक्त विषयों पर आयोजित अनेक प्रतियोगिताओं में विभिन्न विद्यालयों एवं कालेज से आये छात्र छात्राओं ने सक्रियता दिखाई |इस कार्यशाला में लगभग 200 प्रतिभागी शरीक हुए | अंत मे पुरस्कार वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ |मंच संचालक की भूमिका कार्यक्रम के सह- संयोजक - चन्द्रशेखर प्रसाद निभा रहे थे और इसमें यशराज चौधरी और परमानन्द सागर उनका साथ दे रहे थे |