सरदार वल्लभभाई राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान,सूरत के बैनर तले “प्राकृतिक उर्जाओं का संरक्षण एवं उपयोग “ पर दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला व् हिंदी प्रचार- प्रसार कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हुआ |
समारोह मे मुख्य अथिति पद पर राजभाषा प्रबंधन विकास संस्था,नई दिल्ली के चेयरमेन बी.एल.शर्मा विराजमान थे एवं विशिष्ट अतिथि पद पर विवेकानंद शैक्षणिक,सांस्कृतिक एवं क्रीडा संस्थान,झारखण्ड के केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह देव विराजमान थे|.इनके आलावा कार्यक्रम के संयोजक एवं का. हिंदी अधिकारी डॉ.के. डी. यादव व् कार्यवाहक कुलसचिव डॉ.एस .पटनायक, कार्यवाहक निर्देशक डॉ. पी. एल.पटेल मंचासीन थे |
कार्यक्रम के प्रारंभ में अथितियों ने दीप प्रज्ज्वलन किया | तद्पश्चात डॉ. यादव ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की | मौके पे मुख्य अतिथि शर्मा ने हिंदी की उपयोगिता के संदर्भ मे कई तथ्यों को उजागर किया| साथ ही विशिष्ट अथिति डॉ. देव ने कहा-“आज की परिस्थितियों मे विज्ञान व् हिंदी के विकास दोनों ही महत्वपूर्ण है” जो ऐसे कार्यक्रम के द्वारा ही संभव है |पूरे कार्यक्रम में मंच संचालक की भूमिका संस्थान के छात्र चन्द्रशेखर प्रसाद तथा मृत्युंजय मिश्रा ने निभाई |
इस राष्ट्रीय सेमिनार में लगभग 66 प्रतिभागी शरीक हुए |समारोह के द्वितीय सत्र में भाभा परमाणु अनुसन्धान केंद्र के वैज्ञानिक डा. शरद काले ने बायो गैस के सन्दर्भ में विस्तृत व्याख्या किया | प्रतिभागियों ने डा. काले से प्राकृतिक उर्जा के संरक्षण व उपयोगिता के संदर्भ में बहुत कुछ सीखा|अंत में डा. एल के सैनी द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ|
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