मजनूं जितने प्रतीक्षा मैं त्रस्त हैं,लैलाएं उतनी ही मस्त हैं |
नेताओं की तरह प्रेमिकाएं भी,एक मजबूत मंच चाहती है,
नेता और प्रेमिका मैं एक ही विसमता है,
नेता बहुत बोलता है, चुप रहना प्रेमिका की विवसता है|
नेता बूथ कैप्चर करता है, प्रेमिका यूथ कैप्चर करती है|
नेता करवाता है दंगा, प्रेमिया करवाती है पैसों से नंगा,
नेता जनता का भरोसा तोड़ता है,प्रेमिका प्रेमी का दिल तोड़ती है|
नेता भीड़ साथ ले कर चलता है, प्रेमिका अकेले ही दौड़ती है|
और उसके पहले पूरी तरह निचोरती है|
नेता दल बदलता है, प्रेमिका दिल बदलती है,
नेता झंडा दिखता है, प्रेमिका रुमाल हिलती है,
नेता को दूर की सूझती है, प्रेमिका को हरी-हरी सूझती है,
नेता आकर मांगे चंदा, प्रेमिका फांसे बन्दा |
क्या करें दोस्तों आज के युग में ,
नेता और प्रेमिका का यही है धंधा ?
क्या करें दोस्तों आज के युग में ,
नेता और प्रेमिका का यही है धंधा ?
- चन्द्रशेखर प्रसाद
1 comment:
badhiya hai
fod diya kavi
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